मैंने क्या खोया है क्या पाया है


मुझे यह नहीं मालूम की मै कहा से शुरू, कहने को तो मै बहुत खुश हूँ आज मेरे पास वो सब कुछ है जो हर एक इन्सान को अपनी जिन्दगी में चाहिए, आज मै अच्छी जगह कम करता हूँ अपनी जॉब से मै खुश भी हूँ, अच्छी सैलरी है, लेकिन ना जाने क्यों कभी-कभी मन बड़ा उदास हो जाता है ! क्या यह भागती जिंदगी का नतीजा है या शहरीकरण का प्रभाव है १
आज जब मै खाली समाय मिलता है तो कभी-कभी उन यादों को याद करता हूँ जिनको मैंने अपने जीवन में सम्हाल कर रखा हूँ ! और सोचता हूँ की आज की जिंदगी में मैंने क्या खोया है क्या पाया है !
आज मेरी माँ है हलाकि मै उनके साथ नहीं रहता हूँ वो मेरे गृह नगर में रहती है और वो वहा पे एक छोटी सी नौकरी करती हैं, मैंने उनको कभी मना नही किया और ना ही उनसे पूंछा की आप ये नौकरी क्यों करती है, क्युकी मै जनता हूँ की वो जो भी करती है उसमे उनको ख़ुशी मिलती है और उनकी ख़ुशी में ही मेरी ख़ुशी है! लेकिन मन ही मन से मै ये भी चाहता हूँ वो मेरे साथ यहाँ मेरे साथ रहे हैं, मै उनको बहुत जादा मिस करता हूँ, उन्होंने अपनी जिन्दगी में बहुत जादा ही दिक्कतों का सामना किया है !
आज मेरे पापा मेरे साथ अनहि है, वो भगवान जी के पास है, और सायद वो वहा से हमें देखते भी होंगे, मै अपने पापा को मिस तो नहीं करता क्युकी मै बहुत छोटा था जब पापा का साथ मुझसे छूट गया था, लेकिन ऐसा भी नहीं है की मै पापा को याद नहीं करता, आज अगर पापा होते तो सायद माँ को वो सब दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता जो उन्होंने अपनी जिन्दगी में किया है ! खैर जो होना होता है वो तो हो कर ही रहता है, और जनता हूँ की माँ ने कितनी दिक्कतों का सामना करके मुझे इस काबिल बनाया है की मै उनके लिए कुछ कर सकूँ उनको वो सारी खुशियाँ दे सकूँ जिसकी वो हक़दार हैं!
आज भी मुझे याद की किस तरह वो काम करती थी और उन्होंने अपने लिए कुछ नहीं किया, पूरी जिन्दगी सिर्फ उन्होंने मेरे लिए ही किया, यह देख कर मैंने भी निश्चय किया था की मै भी माँ से कभी कुछ नहीं मागूंगा और जितना जल्दी हो सकेगा अपने पैरों पे खड़ा होऊंगा !

To be continued

6 comments:

  1. Beautiful thoughts. God bless you.

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  2. awesome thoughts nice .
    same meri life lagti hai .

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  3. हमेशा के तरह मन को छु लेने वाला...माँ को साथ रखने का पूरा मोका मिलेगा
    और मुझे पूरा विश्वास है तब तुम चुकोगे नहीं ..शुभकामनाओ के साथ ..गिरीश

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  4. Innocence and directness have always been your writing weapons...and they are potent! Love the way you choose to write about things which 'real men' feel too intimidated to write. Bless you my brother. Bless you with happiness all your life!

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  5. I have also gone through this Sharad. I too lost my father when I was small. And my mother has endured a lot to up-bring me. Whatever I am today, it is because of her only :)

    God bless you. You have very noble thoughts.. May God bless you and keep your mother happy, ever :) She has done a lot for you, now it's your time to make her comfortable and give all pleasure to her :)

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  6. Awesome and Touching thought!!! Dad is someone who wants to ctach you before you fall....Keep it up !!!

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