नारी, समाज का आएना



कई दिनों से एक बात मेरे दिमाग में है, क्या ये वही समाज है जो जहा पर हिंदुस्तान को भारत माता कहा जाता है| और उसी भारत माता के देश में आज नारी समाज को डर डर के जीना पड़ रहा है कि सलमा अंसारी जो कि भारत के vise प्रेसिडेंट के wife हैं.कह रही हैं कि "बेटियों को तो पैदा होते ही मार देना चाहिए " जो कि वो खुद एक औरत हैं.
ये बात सही है कि आज समाज में नारी के उपर बहुत सरे अत्याचार हो रहे हैं, लकिन इसका ये मतलब तो नहीं कि उनको पैदा होते ही मार देना चाहिए, हमें इस समाज से लड़ना होगा|
आज उत्तर प्रदेश जो कि देश के बड़े राज्यों में से एक है, वह| पर आजकल बलात्कार कि घटनाये इतनी जादा बढ़ गये हैं कि आये दिन न्यूज़ में ये ही देखने को मिलता है और उस सूबे का मुखिया और कोई नहीं खुद मायावती हैं जो कि खुद एक नारी है और उनको नारी का दुःख दर्द समजना चाहिए और कानून को बनाये रखना चहिये.
लकिन बात तो ये हैं कि जो ये सब अंजाम देते हैं वो कैसे भूल जाते हैं कि उनको भी तो पैदा करने वाला कोई और नहीं खुद एक नारी है , उनके घर में भी उनकी बहने होंगी उनकी मताए होंगी अगर उनकी बहनों के साथ यही कोई और करे तो उनको कैसा लगेगा |
जरा सोचिये ये काफी गंभीर बात है कि ये सब करते समय वो भूल जाते है और उनको तनिक भी इसका पश्चाताप नही होता है,
क्या आज हमारा समाज इतना गिर गया है, क्या हम इतने मजबूर हो गये हैं कि इन सब बातो के लिए तनिक भी समय नहीं निकल सकते हैं, कुछ तो करना ही पड़ेगा हम्मसे से किसी को तो आवाज बुलंद करनी ही पड़ेगी, और इन गुनाहगारो को कड़ी से कड़ी सजा दिलानी होगी, उनको तो सरम से डूब मरना चाहिए, मैंने कल कही पढ़ा था कि कीसी ने तो कोई ४ बरस कि बच्ची के साथ बलात्कार किया,
नारी, समाज का आएना होती है, वो किसी कि लड़की तो किसी कि बीवी और किसी कि बहन है, हमें तो उनका सम्मान करना करना चाहिए |

1 comment:

  1. आज कल के समाज का आईना बहुत ही चिंताजनक परिस्थिति है .....हम सोचते है की शिक्षा से समाज में बदलाव आएगा और हम आगे बढ़ेंगे पर यहा तो उल्टा चक्र चल रहा है ...अभी भी नारी को समाज में उसका सही स्थान नही मिला जो उसका हक

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